राजस्थान प्राथमिक एवं माध्यमिक शिक्षक संघ ने मुख्य सचिव को दिया ज्ञापन

टुडे इंडिया ख़बर / संतोष वशिष्ठ
दिल्ली, 4 अप्रैल, 2025

स्कूल शिक्षा विभाग की ओर से हाल ही वाइस प्रिंसिपल का पद डैड कैडर घोषित कर वरिष्ठ व्याख्याता का नया पद सृजित किया गया है। शिक्षकों तथा शिक्षक संगठनों द्वारा यह मांग नहीं की गई थी।
मुख्यमंत्री, शिक्षा मंत्री, शिक्षा सचिव, शिक्षा निदेशक स्तर पर शिक्षक संगठनों से किसी भी वार्ता में वरिष्ठ व्याख्याता पद सृजित करने पर चर्चा नहीं हुई है।
राजस्थान प्राथमिक एवं माध्यमिक शिक्षक संघ का आंकलन है कि नव सृजित वरिष्ठ व्याख्याता पद पदोन्नति के सिद्धांत, उच्च वेतनमान तथा नए कार्य के प्रतिकूल है।
वरिष्ठ व्याख्याता का पद व्याख्याता के समान कक्षा शिक्षण का रखने तथा इससे व्याख्याता को वित्तीय हानि होने से संपूर्ण शिक्षक वर्ग में असंतोष उबरेगा।
संगठन के मुख्य महामंत्री महेंद्र पाण्डे ने बताया कि निम्न कारणों से वरिष्ठ व्याख्याता का पद विभाग में समाचीन नहीं है। उन्होंने बताया कि 1. पदोन्नति पर नया पद तथा नया काम और नया वेतनमान मिलता है।
2- व्याख्याता ( ग्रेड पे 4800 L-12) से वाइस प्रिंसिपल नया पद तथा नया काम था लेकिन वेतनमान ग्रेड पे 5400 L-14 रखा गया था।
3- वरिष्ठ व्याख्याता केवल पद नाम नया है काम व्याख्याता की तरह उन्हीं कक्षाओं का शिक्षण ही रहेगा।
4- व्याख्याता को ग्रेड पे 4800 L-12 से 9 वर्ष में ग्रेड पे 5400 L-14 एमएसीपी मिला हुआ है वरिष्ठ व्याख्याता पदोन्नति में 9 वर्ष या अधिक सेवा वालों का ही नम्बर आता है। इसलिए पदोन्नति पर कोई वित्तीय लाभ नहीं मिलेगा।
5- व्याख्याता से वरिष्ठ व्याख्याता पदोन्नति देकर भी अगर स्कूल में व्याख्याता के पद पर ही लगाया जाएगा तथा उन्हीं कक्षाओं में शिक्षण करवाना होगा तो पदोन्नति का क्या औचित्य रहेगा।
6- स्कूलों में तीन ऑप्शनल तथा दो कम्पल्सरी हिंदी तथा अंग्रेजी विषय कुल 5 व्याख्याता के पद होते हैं वरिष्ठ व्याख्याता का पद इन पांच पदों के अलावा दिया जाना है अथवा इनमें से एक पद कम करके दिया जाना है। यह स्पष्ट नहीं है।
7- वरिष्ठ व्याख्याता का पद देकर उस विषय के व्याख्याता का पद कम किया जाएगा तो यह धोर अन्याय होगा क्योंकि इससे व्याख्याता के पद कम होने से वरिष्ठ अध्यापकों का व्याख्याता पदों पर पदोन्नति अवसर कम होगा।
8- व्याख्याता का प्रमोशन प्रिंसिपल पद पर हो रहा था इसलिए व्याख्याता को 9 वर्ष में प्रिंसिपल पद का ग्रेड पे 6600 L-16 फिर 18 वर्ष में डीईओ पद का 6800 L-17 तथा 27 वर्ष पर डीडी पद का 7200 ग्रेड पे L-18 एमएसीपी के रूप में मिल रहा था।
9- अब वरिष्ठ व्याख्याता (पहले वाइस प्रिंसिपल) ग्रेड पे 5400 का पद बनाने से व्याख्याता को 9 वर्ष पर 5400 L-14 तथा 18 वर्ष पर 6600 L-16 और 27 वर्ष पर 6800 ग्रेड पे L-17 MACP मिलेगा यह स्थाई वित्तीय हानि है।
10- पहले स्वीकृत वाइस प्रिंसिपल विषय नहीं पद था किसी भी विषय का व्याख्याता वीपी पद पर पोस्टिंग पा लेता था लेकिन वरिष्ठ व्याख्याता विषय का पद होने से पदोन्नति तथा पोस्टिंग एवं स्थानांतरण में घोर विसंगतियां उत्पन्न होने की संभावना है।
11- वरिष्ठता से व्याख्याता की पदोन्नति वरिष्ठ व्याख्याता पदों पर की जाएगी यदि वरिष्ठता में एक विषय भौतिक विज्ञान के 400 व्यक्ति हुए तो उन 400 को वरिष्ठ व्याख्याता पदोन्नत करना होगा तथा उन्हें 400 स्कूलों में भौतिक विज्ञान के वरिष्ठ व्याख्याता के पदों पर कैसे पदस्थापन किया जा सकेगा यह यक्ष प्रश्न है।
राजस्थान प्राथमिक एवं माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष विपिन प्रकाश शर्मा ने कहा कि वरिष्ठ व्याख्याता का पद शिक्षकों एवं संगठनों बिना मांग पर दिया गया है, इससे शिक्षकों में आक्रोश है, इसके सृजन का निर्णय प्रत्याहारित किया जावे इससे विभाग में बहुत अधिक विसंगति होगी, फिर भी सरकार पद रखना ही चाहती है तो वरिष्ठ व्याख्याता का पद स्कूलों में स्वीकृत व्याख्याता के कुल पद से अलग स्वीकृत करने तथा वेतनमान ग्रेड पे 6000 L-15 करने का निर्णय लिया जावे।
गौरतलब है कि राज्य में पटवारी के पदोन्नति अवसर बढ़ाने के लिए वरिष्ठ पटवारी पद बनाया गया था दोनों का काम एक ही था लेकिन वित्तीय विसंगति तथा वित्तीय हानि दूर करने के लिए पटवारी तथा वरिष्ठ पटवारी दोनों पदों की कुल 9 वर्ष सेवा पर प्रथम 18 पर द्वितीय तथा 27 तृतीय एसीपी एकसमान L-10, L-11, L-12 देने का प्रावधान वित्त विभाग द्वारा नोटिफिकेशन 06-10-2023 द्वारा किया गया था। इसी प्रकार व्याख्याता तथा वरिष्ठ व्याख्याता दोनों का कार्य एक विषय में कक्षा शिक्षण है इसलिए दोनों पद पर कुल 9 वर्ष सेवा में प्रिंसिपल पद का ग्रेड पे 6600 L-16 फिर 18 वर्ष में डीईओ पद का 6800 L-17 तथा 27 वर्ष पर डीडी पद का 7200 ग्रेड पे L-18 एमएसीपी देने का प्रावधान किया जाना चाहिए।