महाराज विनायक ग्लोबल यूनिवर्सिटी में आयोजित हुआ दीक्षांत समारोह…

टुडे इंडिया / स्नेहा
दिल्ली / जयपुर, 23 मई, 2025

महाराज विनायक ग्लोबल यूनिवर्सिटी परिसर स्थित जयपुर डेंटल कॉलेज में बुधवार को एक भव्य दीक्षांत समारोह आयोजित हुआ। इस अवसर पर पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन इमिडीएट लोडिंग बेसल इम्प्लांट कोर्स के 10 डेंटिस्ट्स/डॉक्टर्स को डिप्लोमा प्रदान किया गया। समारोह में मुख्य अतिथि यूनिवर्सिटी के मैनेजिंग ट्रस्टी, पूर्व अध्यक्ष राजस्थान स्टेट डेन्टल कौंसिल डॉ. विकास जैफ, कार्यक्रम अध्यक्ष वाइस चांसलर डॉ. मनोहर भट्ट, विशिष्ट अतिथि जर्मनी के डॉ. स्टीफन हेडे और डॉ. एंटोनिना हेडे थे।


इस मौके पर मुख्य अतिथि डॉ. विकास जैफ ने कहा कि जयपुर डेंटल कॉलेज केवल राजस्थान ही नहीं, बल्कि पूरे भारतवर्ष में उच्च क्वालिटी की डेंटल शिक्षा एवं नवाचार का एक प्रमुख केंद्र बन चुका है। उन्होंने बताया कि यह विशेष डिप्लोमा कोर्स वर्ष 2020 से जयपुर डेंटल कॉलेज में संचालित है। पूरे देश में यह कोर्स केवल जयपुर डेंटल कॉलेज में उपलब्ध है। इस पाठ्यक्रम के माध्यम से डेंटिस्ट्स को इमिडीएट लोडिंग बेसल इम्प्लांट तकनीकी विशेषज्ञता में दक्षता दी जाती है, जो आधुनिक डेंटल चिकित्सा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन चुकी है।


इस अवसर पर उन्होंने डेंटिस्ट को मानव की सेवा के लिए प्रेरित किया और विश्व पटल पर भारतीय डेंटिस्ट्री की मजबूत पहचान स्थापित करने को कहा।
इस अवसर पर अंतर्राष्ट्रीय इम्प्लांट फाउंडेशन तथा महाराज विनायक ग्लोबल यूनिवर्सिटी के मध्य इस कोर्स के लिए 5 वर्षो के लिए मेमोरेंडम ऑफ़ अंडरस्टैंडिंग का नवीनीकरण किया गया। गौरतलब है कि अभी तक 80 स्कोलर्स को यह कोर्स अवार्ड किया गया है तथा कोर्स के दौरान 200 मरीजों को फुल माउथ रेहबिलिटेशन इम्प्लांट किया गया है।
इस कार्यक्रम डॉ. विवेक गौड़ को चीफ मेंटर एवं डॉ. येन वारिस यूक्रेन को मेंटर के रूप में सम्मानित किया गया। मेजर मार्टिन (हंगरी) सहित भारत के अलग अलग राज्यों के 10 डेंटिस्ट को यह डिप्लोमा प्रदान किए गए। सभी प्रशिक्षक अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर डेंटल इम्प्लांट में विशिष्ट स्थान रखते हैं और डेंटिस्ट को विश्व स्तरीय प्रशिक्षण प्रदान कर रहे हैं। इससे इस डिप्लोमा की गुणवत्ता और मान्यता को और बल मिलता है।


इस कोर्स का उद्देश्य डेंटिस्ट्स को वैश्विक मानकों पर आधारित प्रशिक्षण देना है ताकि वे अपने देश और विदेशों में कार्य करते हुए आधुनिक तकनीकों का प्रयोग कर सकें। आधुनिक उपकरणों, तकनीकी ज्ञान और वैश्विक विशेषज्ञता के चलते इस पाठ्यक्रम से प्रशिक्षित डेंटिस्ट अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी मरीजों को उच्च स्तरीय सेवाएं देने में सक्षम हो रहे हैं। इसका सीधा लाभ आमजन को मिल रहा है, जो अब अपने ही क्षेत्र में आधुनिक उपचार सुविधा प्राप्त कर पा रहे हैं।
इस समारोह में डॉ. प्रशांत पिल्लई, डॉ. योगेश यादव, डॉ. महेन्द्र तिवाड़ी, डॉ. मनोज भारद्वाज, डॉ. सुनील कुमार एम वी, डॉ. राजेश गुर्जर एव डॉ. विक्रम सहित विश्वविद्यालय के फैकल्टी एवं कई गणमान्यजन उपस्थित रहे।