नेट-थियेट पर राजस्थानी लोकनृत्य..
टूटे बाजूबंद री लूम लट उलझी उलझी जाए… और कालबेलिया नृत्य.. ने किया मंत्रमुग्ध..
टुडे इंडिया खबर / स्नेहा
दिल्ली, 12 अक्टूबर, 2024

नेटथियेट कार्यक्रमों की श्रृंखला में शनिवार को इंडिया इंटरनेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ डांस एंड म्यूजिक की ओर से विजयादशमी के पर्व पर राजस्थानी लोकनृत्यों की ऐसी छटा बिखेरी कि राजस्थान की माटी की खुशबू ने सतरंगी इंद्रधनुष परिलक्षित कर राजस्थान की संस्कृति को पेश किया।
नेटथियेट के राजेन्द्र शर्मा राजू ने बताया कि कलाकारों ने कार्यक्रम की शुरुआत राजस्थान के सुप्रसिद्ध लोकगीत “बाजे छ नौबत बाजा महाराज डिग्गीपूरी का राजा..” पर मनोहारी नृत्य से की।
इसके बाद उन्होंने लोकनृत्य “टूटे बाजूबंद री लूम लट उलझी उलझी जाए..” और अंत में राजस्थान का सुप्रसिद्ध लोक नृत्य कालबेलिया “काल्यो कूद पड्यो मेला में, साइकिल पंचर कर ल्यायो..” की मनमोहक प्रस्तुति से दर्शकों को झूमा दिया।
कथक नृत्य गुरु श्वेता गर्ग के निर्देशन में रक्षिता शेखावत, अन्वी जैन, रूपल राठी और किया तिवारी ने लोकनृत्यो की प्रस्तुति से दर्शकों को आनंदित किया।
कार्यक्रम में अमेरिका(यूएस) से जयपुर आए के एंड्रयू बेल और इसाबेल लिंडहाइमर ने राजस्थानी लोक नृत्यों का आनंद लिया और साथ में नृत्य भी किया।
कार्यक्रम में देवेंद्र सिंघवी की ओर से कलाकारों को स्मृति चिन्ह प्रदान किए गए ।
कार्यक्रम संयोजक नवल डांगी, कैमरा मनोज स्वामी, मंच सज्जा अंकित शर्मा नोनू और जिवितेश, संगीत सागर विनोद गढ़वाल एवं प्रकाश व्यवस्था वीरेंद्र सिंह राठौड़ ने की।


