शिक्षक आंदोलन के लिए नहीं, समाज को नई दिशा देने के लिए करें काम…
शिक्षक संघ राष्ट्रीय का दो दिवसीय ऐतिहासिक प्रदेश सम्मेलन सांवलिया जी में संपन्न
टुडे इंडिया ख़बर / स्नेहा
सांवलिया, 18 जनवरी, 2025
चितौड़गढ़ के सांवलियाजी में शिक्षक संघ राष्ट्रीय के दो दिवसीय प्रदेश कार्यकारिणी का बैठक सत्र व दो दिवसीय शिक्षक अधिवेशन सरस्वती वंदना से प्रारंभ हुआ।
सभी संभागों से पधारे प्रदेश कार्य कार्यकारिणी सदस्यों, जिला अध्यक्ष जिला मंत्री, जिला महिला मंत्री का परिचय हुआ।

सत्र में महेंद्र कपूर राष्ट्रीय संगठन मंत्री, अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ, रमेश चंद्र पुष्करणा, अध्यक्ष ,शिक्षक संघ राष्ट्रीय, घनश्याम प्रदेश संगठन मंत्री, अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ राजस्थान, राज नारायण शर्मा, संरक्षक, शिक्षक संघ राष्ट्रीय, संपत सिंह सभाध्यक्ष, महेंद्र लखारा, महामंत्री शिक्षक संघ राष्ट्रीय उपस्थित रहे।

इस मौके पर प्रदेश महामंत्री महेंद्र लखारा ने जयपुर में अगस्त माह में हुई प्रदेश कार्यकारिणी की गत बैठक में लिए गए निर्णयों, वर्ष पर्यन्त चलने वाले श्रद्धेय जयदेव पाठक एवं राजमाता अहिल्याबाई होलकर जन्म जयंती कार्यक्रमों , हमारा विद्यालय हमारा तीर्थ कार्यक्रम, कर्तव्य बोध दिवस प्रत्येक उप शाखा में मनाया जाने की समीक्षा की।
इसके तहत उनसे संबंधित अभी तक की समस्त जानकारी सभी जिलाध्यक्ष जिला मंत्री से ली गई।
प्रदेश महामंत्री ने कहा कि हम समाज के अभिन्न अंग है। समाज के लोगों, अभिभावकों, छात्रों के माध्यम से समाज में वर्तमान में चल रहे ज्वलंत विषयों की जानकारी लेने के लिए उपशाखा स्तर पर टोली का निर्माण करने की आवश्यकता है।
प्रदेश अध्यक्ष रमेश चंद्र पुष्करणा ने कहा कि शिक्षक संघ राष्ट्रीय 225000 से अधिक सदस्यता वाला देश का सबसे बड़ा संगठन है। उन्होंने संगठन की सदस्यता के साथ-साथ गुणात्मकता पर भी जोर दिया।
उन्होंने बताया कि प्रदेश सम्मेलन का कार्यक्रम शिक्षक संघ राष्ट्रीय के यूट्यूब चैनल पर 20,000 से अधिक लोगों ने देखा एवं 27,000 लोगों ने ट्विटर के माध्यम से अपना समर्थन दिया।
उन्होंने शिक्षक संघ राष्ट्रीय के एप का निरंतर प्रयोग बढ़ाने पर जोर दिया।
उन्होंने कार्यकर्ताओं की प्रशिक्षण, उनकी चिंताएं तथा संगठन के विभिन्न कार्यक्रमों की समीक्षात्मक जानकारी ली। शिक्षक संघ राष्ट्रीय के प्रदेश संगठन मंत्री ने पंच परिवर्तन कुटुंब प्रबोधन, पर्यावरण, स्व की धारणा, नागरिक अनुशासन और इसके साथ साथ सामाजिक अध्ययन और विमर्श के विषयों को प्रभावी रूप से कार्यान्वित करने के लिए उपशाखा स्तर पर ठोस कार्य योजना बनाने पर जोर दिया।
शिक्षक संघ राष्ट्रीय के प्रदेश शैक्षिक सम्मेलन के द्वितीय दिवस पर समारोह सत्र का प्रारंभ मां सरस्वती और मां भारती के चित्रों के समक्ष माल्यार्पण एवं सरस्वती एवं सरस्वती वंदना से हुआ।
कार्यक्रम की अध्यक्षता संगठन के प्रदेश अध्यक्ष रमेश चन्द्र पुष्करणा ने की।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सहकारिता मंत्री गौतम दक , सांसद, चित्तौड़गढ़, सीपी जोशी, कुलगुरु, कोटा विश्वविद्यालय कैलाश सोढ़ानी, राष्ट्रीय संगठन मंत्री अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ महेंद्र कपूर,प्रदेश संगठन मंत्री घनश्याम, महेंद्र लखारा, प्रदेश महामंत्री एवं उदयपुर संभाग के उपाध्यक्ष कैलाश सुथार उपस्थित थे।
इस अवसर पर चित्तौड़गढ़ सांसद सीपी जोशी ने कहा कि हमारे देश में संपूर्ण समाज में आचार्य देवों भव : का भाव शिक्षकों के प्रति रखा जाता है। उन्होंने बताया कि देश में शिक्षकों के प्रति सम्मान अन्य सभी सेवाओं की अपेक्षा बहुत अधिक होता है, क्योंकि शिक्षक एक एक बालक को गढने, आकार देकर योग्य बनाने का कार्य करता है । उन्होंने कहा शिक्षक संघ राष्ट्रीय ने सदैव केवल शिक्षकों के अधिकारों ही नहीं, बल्कि, उनके कर्तव्यों के प्रति भी बहुत ही प्रेरणादाई कार्य किया है ।
देश की नीति के निर्माण में शिक्षकों की महत्वपूर्ण भूमिका का भी उन्होंने उल्लेख किया। इस मौके पर उन्होंने प्रदेश सम्मेलन में पधारे सभी शिक्षकों का अभिनंदन भी किया।
अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के राष्ट्रीय संगठन मंत्री महेंद्र कपूर ने बताया कि हमारा संगठन राष्ट्र के हित में शिक्षा, शिक्षा के हित में शिक्षक, शिक्षक के हित में समाज के ध्येय पर चलने वाला एकमात्र संगठन है।
कोटा खुला विश्वविद्यालय के कुलगुरु कैलाश चंद्र सोढ़ानी ने कहा स्वतंत्रता का तो आंदोलन ही शिक्षकों के माध्यम से प्रारंभ हुआ। भारत के संपूर्ण विकास के जनक शिक्षक ही हैं। उन्होंने बताया की आधुनिक एवं आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में नई शिक्षा नीति मिल का पत्थर साबित होगी उसके सफल क्रियान्वयन में शिक्षकों की भी महत्वपूर्ण भूमिका होगी। भारत आज विश्व की सबसे तेज उभरती हुई अर्थव्यवस्था बन गई है।
शिक्षक संघ राष्ट्रीय के प्रदेश महामंत्री महेंद्र कुमार लखारा ने शिक्षकों के इस महाकुंभ में राजस्थान भर से पधारे सभी शिक्षक साथियों का अंत:करण से स्वागत अभिनंदन किया ।
समारोप कार्यक्रम का संचालन संगठन के प्रदेश महामंत्री महेंद्र कुमार लखारा ने किया। अंत में कल्याण मंत्र के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ।

