टुडे इंडिया ख़बर / स्नेहा*
*जयपुर, 27 नवंबर, 2025*

राजस्थान और आसपास के राज्यों के विज्ञान संकाय के प्राध्यापकों व शोधार्थियों को वैश्विक अनुसंधान मंच पर ज्यादा मजबूत उपस्थिति देने की दिशा में राजस्थान विश्वविद्यालय का रसायन विभाग और डिज़ाइन इनोवेशन सेंटर दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन कर रहे हैं।
यह कार्यशाला 28–29 नवम्बर 2025 को “एडवांसिंग रिसर्च फ्रंटियर्स फ़ॉर ग्लोबल इम्पैक्ट: स्ट्रैटेजीज़ फ़ॉर साइंटिफ़िक एक्सीलेंस” विषय पर होगी।
कार्यशाला का उद्घाटन 28 नवम्बर को सुबह 9.30 बजे विश्वविद्यालय के रसायन विभाग स्थित टेक्नोलॉजी हॉल में होगा। समारोह का उद्घाटन केंद्र सरकार में प्रो. उन्नत पी. पंडित, कंट्रोलर जनरल, पेटेंट, डिज़ाइन और ट्रेड मार्क्स, आरओसी और जीआई–डीपीआईआईटी, वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय द्वारा किया जाएगा। विशिष्ट अतिथि वी. सरवणा, आईएएस, सचिव, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग होंगे। जबकि उद्घाटन सत्र की अध्यक्षता राजस्थान विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. अल्पना कटेजा करेंगी।
कार्यशाला की संयोजक और रसायन विभाग की अध्यक्ष प्रो. नीलिमा गुप्ता ने बताया कि इस कार्यशाला में संकाय सदस्यों और शोधार्थियों को अनुदान प्राप्त करने की रणनीतियाँ, पेटेंट एवं बौद्धिक संपदा प्रबंधन, तथा AI आधारित वैज्ञानिक लेखन उपकरणों पर व्यावहारिक मार्गदर्शन दिया जाएगा, ताकि शोध अनुदान, पेटेंट और उच्च गुणवत्ता वाले प्रकाशनों की संख्या बढ़ाई जा सके।
मुख्य व्याख्यान रॉयल सोसाइटी ऑफ केमिस्ट्री की प्रो. स्वेता रागवन देंगी। जो भारत और दक्षिण एशिया के लिए इनोवेशन स्ट्रैटेजी और गवर्नमेंट अफेयर्स का दायित्व संभालती हैं।
साथ ही प्रो. नीशीथ सी. देसाई, प्योर ऐंड एप्लाइड केमिस्ट्री तथा एनालिटिकल केमिस्ट्री लेटर के प्रधान सम्पादक एवं पीडीटीएम , वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय, भारत सरकार, के वैज्ञानिक सलाहकार भी की–नोट एड्रेस के माध्यम से प्रतिभागियों से संवाद करेंगे। कार्यक्रम में अन्य आमंत्रित वक्ताओं के रूप में प्रो. पुरेन्दु घोष, निदेशक, बिरला इंस्टिट्यूट ऑफ साइंटिफिक रिसर्च, जयपुर; डॉ. मोनिका अग्रवाल (अनुसंधान नेशनल रिसर्च फाउंडेशन, नई दिल्ली) तथा डॉ. रोहित भाटिया, पब्लिशर एक्विज़िशन (इंडिया एवं साउथ–ईस्ट एशिया), थीमे ग्रुप ऑफ साइंटिफ़िक जर्नल्स भी सहभागिता करेंगे।