बारां में पंच गौरव प्रदर्शनी का किया शुभारंभ, जिला विकास पुस्तिका का हुआ विमोचन

स्वयं सहायता समूहों को डीबीटी के माध्यम से किया रिवाल्विंग फंड का हस्तांतरण

टुडे इंडिया ख़बर/स्नेहा
जयपुर, 14 दिसम्बर,2024

वर्तमान राज्य सरकार के एक वर्ष का कार्यकाल पूर्ण होने के उपलक्ष में शनिवार को राज्य स्तरीय महिला सम्मेलन का आयोजन उदयपुर के गांधी मैदान में हुआ।
जिला स्तर पर इस कार्यक्रम का लाइव प्रसारण वीसी के माध्यम से बारां जिला परिषद सभागार में किया गया। इस दौरान विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों को सहायता दी गई।
इससे पूर्व ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस दौरान बारां विधायक राधेश्याम बैरवा, अंता विधायक कंवर लाल मीणा, किशनगंज विधायक ललित मीणा, पूर्व जिला प्रमुख नंदलाल सुमन, जिला प्रभारी सचिव जोगाराम, जिला कलक्टर रोहिताश्व सिंह तोमर, एडीएम दिवांशु शर्मा, सीईओ जिला परिषद राजवीर सिंह चौधरी सहित अन्य जनप्रतिनिधि व अधिकारी उपस्थित थे।
कार्यक्रम के दौरान नवीन लखपति दीदी सम्मान के तहत बारां जिले की 5392 लाभार्थियों और स्वयं सहायता समूह के 50 लाभार्थियों को सात लाख 50 हजार रुपए रिवाल्विंग फंड का हस्तांतरण डीबीटी के माध्यम से किया गया।
महिला निधि बैंक के माध्यम से जिले में पांच करोड़ रुपए की राशि करीब 1200 लाभार्थियों को दी गई। स्वयं सहायता समूह सदस्यों के लिए राज्य सखी पोर्टल का शुभारंभ किया गया।
जिसके तहत जिले में 10238 लाभार्थी लाभान्वित हुए। जिले की पांच महिला काश्तकारों को नमो ड्रोन दीदी में सात और इलेक्ट्रिक कुकिंग सिस्टम वितरण के तहत 10 लाभार्थियों को लाभान्वित किया गया।
लाडो प्रोत्साहन योजना के तहत दो लाभार्थियों को 2500-2500 रूपए के स्वीकृति पत्र जारी किए गए।
प्रधानमंत्री मातृ वंदन योजना में पहले बच्चे के जन्म पर तीन लाभार्थियों को 6500-6500 रूपए दिए गए।
प्रत्येक ब्लॉक में आंगनबाड़ी में एक को आदर्श आंगनबाड़ी, प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में 5-5 नवीन आंगनबाड़ी केन्द्रों की स्वीकृति एवं आंगनबाड़ी केन्द्रों में दूध के लिए मुख्यमंत्री अमृत आहार की शुरूआत की गई। मुख्यमंत्री रसोई गैस सब्सिडी योजना के लाभार्थियों को सब्सिडी का हस्तांतरण डीबीटी के माध्यम से किया गया।
बजट घोषणाओं को प्राथमिकता से पूरा किया—
प्रदेश के ऊर्जा मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) हीरालाल नागर ने कहा कि प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के कुशल नेतृत्व में वर्तमान राज्य सरकार नेे बीते एक साल के कार्यकाल में विकास और जन सेवाओं का बुनियादी आधार तैयार करते हुए आम जन तक जनहितैषी योजनाओं का लाभ पहुंचाने में उल्लेखनीय प्रगति हासिल करते हुए नए कीर्तिमान बनाए गए हैं।
ऊर्जा मंत्री नागर ने यह बात वर्तमान राज्य सरकार के एक वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में जिले में आयोजित हो रहे कार्यक्रमों की श्रृंखला में शनिवार को बारां जिले के मिनी सचिवालय के सभागार में आयोजित प्रेस कान्फ्रेंस में कही।
उन्होंने कहा कि विद्युत के क्षेत्र में सुधार करते हुए गत वर्षों में जहां 55 से 65 प्रतिशत उत्पादन क्षमता हो रहा था वहीं अब यह 88 प्रतिशत तक पहुंच गया है।
इस अवधि में विद्युत संयंत्रों के संचालन के लिए पर्याप्त मात्रा में कोयला उपलब्ध कराया गया। किसानों को दिन के समय बिजली देने का काम भी जल्द पूरा कर लिया जाएगा। सांगोद में 400 केवी जीएसएस के निर्माण के साथ ही अगले साल से बारां जिले के किसानों को यह लाभ मिलने लगेगा। राज्य सरकार युवाओं को रोजगार प्रदान करने के लिए रिकॉर्ड भर्तियां निकाल रही है। साथ ही इन्वेस्टर समिट के माध्यम से निवेश के रास्ते खोले गए हैं। जिससे भी युवाओं को रोजगार मिलेगा।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में बारां विधायक राधेश्याम बैरवा, अंता विधायक कंवर लाल मीणा, किशनगंज विधायक ललित मीणा, पूर्व जिला प्रमुख नंदलाल सुमन, जिला प्रभारी सचिव जोगाराम, जिला कलक्टर रोहिताश्व सिंह तोमर, एडीएम दिवांशु शर्मा सहित अन्य जनप्रतिनिधि व अधिकारी उपस्थित थे।
कॉन्फ्रेंस में नागर ने बताया कि चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के अंतर्गत 242 संस्थानों को आयुष्मान आरोग्य मंदिर के रूप में संचालन प्रारम्भ करते हुए एक नया प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र शुरू किया गया है।
वहीं, इस वर्ष से मेडिकल कॉलेज की भी शुरुआत करते हुए सौ मेडिकल स्टूडेंट्स को प्रवेश दिया गया है। जिले में 66 प्रतिशत नागरिकों की आभा आईडी बना दी गई है तथा मुख्यमंत्री आयुष्मान आरोग्य योजना अन्तर्गत 1 लाख 28 हजार 672 लाभार्थियों को 45.71 करोड़ लाख रुपए की कैशलेस सुविधा उपलब्ध कराई गई है।
सार्वजनिक निर्माण विभाग में सड़कों के विकास पर 34182 लाख रूपए का व्यय कर 327 कि.मी. सड़क विकास कार्य किए गए।
जिनमें से 30 कि.मी. नवीन सड़कों का निर्माण किया गया। साथ ही 9 गांवों एवं ढ़ाणियों/मजरों को सड़कों से जोड़ा गया है।
उन्होंने जिले में कृषि क्षेत्र में अर्जित उपलब्धियों के बारे में कहा कि कृषकों के खेतों पर 126 सोलर पंप सयंत्रों की स्थापना करवाई गई है।
वहीं, 806 हैक्टेयर क्षेत्र में ड्रिप एवं मिनी स्प्रिंकलर संयंत्र तथा 2605 हेक्टेयर क्षेत्र में फव्वारा संयंत्रों की स्थापना की गई। 99 कम लागत के प्याज भण्डार गृहों का निर्माण करवाया गया।
वर्षा जल संग्रहण के लिए 29 खेत तलाइयों (फार्म पोंड) का निर्माण कराकर 24 लाख 48 हजार रुपए का अनुदान कृषकों को भुगतान किया गया एवं 47 किलोमीटर सिंचाई पाइप लाइन पर 9 लाख 19 हजार रुपए का अनुदान कृषकों को भुगतान किया गया।
खेतों पर 1 लाख 55 हजार 904 मीटर की तारबंदी कराते हुए कृषकों को रुपये 163 लाख 70 हजार का अनुदान दिया गया। साथ ही 652 पीएम किसान समृद्धि केन्द्र स्थापित किए गए।
उन्होंने कहा कि विद्युत के क्षेत्र में 33/11 केवी के 4 सब-स्टेशन स्थापित करते हुए 5803 परिवारों को घरेलू व 1485 किसानों को कृषि कनेक्शन जारी किए गए।
किसानों को बिजली के बिलों में 36405.66 लाख रुपए का अनुदान दिया गया। पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना में 0.315 मेगावाट क्षमता के 64 सोलर संयंत्र स्थापित हुए।
जिले में कुसुम-सी के अंतर्गत 38.92 मेगावाट सौर ऊर्जा क्षमता के 14 संयंत्रों की स्थापना के लिए कार्यादेश किए जा चुके हैं।
उन्होंने बताया कि एक वर्ष की अवधि में पेयजल योजनाओं पर 5802.33 लाख रुपये व्यय किए गए। जल जीवन मिशन के अन्तर्गत 7107 नल कनेक्शन देने के साथ 7 नए नलकूप व 26 नए हैण्डपम्प लगाकर चालू किए गए है तथा 2838 खराब पाए गए हैण्डपम्पों को सुधारा गया।
उन्होंने आगे कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) योजनान्तर्गत 381 लाभार्थियों को 2 करोड़ 73 लाख 90 हजार रूपए की केन्द्रीय अनुदान राशि जारी की गई।
गरीब एवं आवासहीन लोगों के लिए प्रस्तावित डीपीआर 150 नवीन आवास स्वीकृतियां जारी एवं 278 आवासों का निर्माण पूर्ण किया गया। इसके अलावा 197 आवास निर्माणाधीन हैं।
पीएम स्वनिधि के अन्तर्गत 1700 पथ विक्रेताओं को प्रथम ऋण राशि 10 हजार रुपए का वितरण किया गया है। द्वितीय ऋण राशि 20 हजार रुपए का 439 पथ विक्रेताओं को उपलब्ध कराई जाएगी।
श्री अन्नपूर्णा रसोई योजना में 3 लाख 64 हजार 153 भोजन थाली उपलब्ध कराई गई है।
वहीं,ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज के अंतर्गत 738 आवास विहीन गरीब परिवारों को रियायती दर पर आवासीय भूखण्ड आवंटित किए गए।
वहीं, 217 बी.पी.एल. परिवारों को निःशुल्क आवासीय भूखण्ड आवंटित किए गए। प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण में 126 आवास पूर्ण कर 151.20 लाख रुपये व्यय किए गए तथा 3693 आवासों का निर्माण प्रगतिरत है।
नागर ने कहा कि लखपति दीदी योजना के तहत 5392 महिलायें एक लाख रुपए से अधिक की वार्षिक आमदनी कर रही है। 231 स्वयं सहायता समूहों कोे 173.25 लाख रुपए की राशि आजीविका संवर्धन के लिए उपलब्ध कराई गई। 2174 स्वयं सहायता समूहों को कुल 4474 लाख रुपए का बैंकों के माध्यम से ऋण उपलब्ध कराया गया।
जबकि, स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) में 58 सामुदायिक स्वच्छता परिसरों का निर्माण करवाया गया है एवं 416 गांवों को ओडीएफ प्लस बनाया गया। स्वामित्व योजनान्तर्गत 1035 ग्रामों में ड्रोन सर्वेक्षण कार्य पूर्ण। योजनान्तर्गत 53 हजार 279 स्वामित्व कार्ड जारी किए गए। मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान-2.0 के तहत 2437 कार्यों की स्वीकृतियां जारी की गई हैं।
जिसमें 445 कार्य पूर्ण करते हुए अब तक 2241.49 लाख रुपये व्यय किए गए। सांसद स्थानीय क्षेत्र विकास योजना के अन्तर्गत 468.41 लाख व्यय कर 84 कार्य पूर्ण कराए गए।
विधायक स्थानीय क्षेत्र विकास योजना के तहत 823.75 लाख व्यय कर 265 कार्य पूर्ण कराए गए। डांग/मगरा/मेवात क्षेत्रीय विकास योजना के अन्तर्गत 442.00 लाख व्यय कर 43 कार्य पूर्ण कराए गए। 772 विमुक्त, घुमन्तु एवं अर्द्धघुमन्तु परिवारों को ग्रामीण क्षेत्र में आवासीय पट्टे उपलब्ध करवाए गए।
15वें केन्द्रीय वित्त आयोग के अन्तर्गत 1289 कार्य पूर्ण, 784 कार्य प्रगतिरत एवं 2644.47 लाख रुपये व्यय किए गए।
6वें राज्य वित्त आयोग के अन्तर्गत 884 कार्य पूर्ण, 639 कार्य प्रगतिरत एवं 1628.99 लाख रुपये व्यय किए गए। महात्मा गांधी नरेगा योजनान्तर्गत 40.84 मानव दिवस सृजित हुए, 4000 कार्य पूर्ण किए गए तथा 159.65 लाख रुपये व्यय किए गए।
उन्होंने कहा कि स्कूल शिक्षा के क्षेत्र में गत दो सत्रों की पात्र बालिकाओं को 13593 साईकिलों का वितरण किया गया।
गार्गी पुरस्कार योजना, बालिका प्रोत्साहन पुरस्कार योजना एवं मुख्यमंत्री हमारी बेटी योजना अन्तर्गत 4039 बालिकाओं को 1 करोड़ 64 लाख 53 हजार रूपए राशि हस्तान्तरित की गई।
उच्च शिक्षा विभाग में उच्च शिक्षा छात्रवृत्ति योजना के अतंर्गत 2158 विद्यार्थियों के खातों में 2 करोड़ 80 लाख 6 हजार रूपए छात्रवृत्ति हस्तांतरित की गई। सहकारिता क्षेत्र में किसान सम्मान निधि योजना के अन्तर्गत वित्तीय सहायता प्रति परिवार 6 हजार से बढ़ाकर 8 हजार रुपये वार्षिक की गई।
मुख्यमंत्री किसान सम्मान निधि योजना में प्रथम किश्त के 1.85 लाख से अधिक किसानों के बैंक खातों में 1859.57 लाख रुपए सीधे जमा किए गए।
केन्द्रीय सहकारी बैंकों के माध्यम से किसानों को 36030.96 लाख रुपए का अल्पकालीन फसली ऋण उपलब्ध करवाया गया।
2331 नए कृषकों को केन्द्रीय सहकारी बैंकों से 613.01 लाख रुपए का अल्पकालीन फसली ऋण उपलब्ध करवाया गया। 9 कस्टम कृषि यंत्र किराया केन्द्रों की स्थापना की गई।
उद्योग विकास के लिए मुख्यमंत्री लघु उद्योग प्रोत्साहन योजनान्तर्गत 80 आवेदकों को 1457.70 लाख रुपये का ऋण वितरित किया गया। रीको द्वारा औद्योगिक क्षेत्रों में उद्यमियों को 6 भूखण्ड आवंटित किए गए।
ऊर्जा मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री दिव्यांग स्वरोजगार योजनान्तर्गत 4.60 लाख रुपए व्यय कर 11 दिव्यांगों को लाभान्वित किया गया है। संयुक्त सहायता, कृत्रिम अंग/उपकरण हेतु अनुदान योजनान्तर्गत 30 दिव्यांगों को 3 लाख रुपए अनुदान दिया गया। मुख्यमंत्री दिव्यांग स्कूटी योजनान्तर्गत 4 स्कूटियां वितरित की गई। सिलिकोसिस योजनान्तर्गत 3 पीड़ित एवं परिवारों को 9 लाख रुपए की सहायता उपलब्ध करवाई गई। मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के अन्तर्गत 24 लाभान्वित कर 9.24 लाख रुपये व्यय किए गए। वृद्धजन पेंशन योजना के अंतर्गत 1 लाख 269 पेंशनरों, एकल नारी पेंशन योजना में 29 हजार 870 पेंशनरों, विशेष योग्यजन पेंशन योजना के अंतर्गत 11 हजार 737 पेंशनरों, पालनहार योजना मेें 8167 बच्चों को लाभान्वित किया गया है। अनुसूचित जाति उत्तर मैट्रिक छात्रवृति योजना के अन्तर्गत 1748 विद्यार्थियों को 85.15 लाख रूपए, अनुसूचित जनजाति उत्तर मैट्रिक छात्रवृति योजना के अन्तर्गत 925 विद्यार्थियों को 146.02 लाख रूपए, अन्य पिछड़ा वर्ग उत्तर मैट्रिक छात्रवृति योजना के अन्तर्गत 250 विद्यार्थियों को 21.59 लाख रूपए, आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग उत्तर मैट्रिक छात्रवृति योजना के अन्तर्गत 15 विद्यार्थियों को 1.01 लाख रूपए, अति पिछड़ा वर्ग उत्तर मैट्रिक छात्रवृति योजना के अन्तर्गत 106 विद्यार्थियों को 75.15 लाख रूपए, अति पिछड़ा वर्ग पूर्व मैट्रिक छात्रवृति योजना के तहत 1420 विद्यार्थियों को 12 लाख 89 हजार 400 रूपए की छात्रवृति उपलब्ध करवाई गई। मुख्यमंत्री अनुप्रति कोचिंग योजना के अन्तर्गत 111 विद्यार्थियों को लाभान्वित किया गया।
उन्होंने कहा कि खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग के अंतर्गत रसोई गैस सिलेंडर सब्सिडी योजना में 50 हजार 348 परिवारों की एलपीजी आईडी मीटिंग की गई। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना/राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजनान्तर्गत 2 लाख 41 हजार 929 परिवारों को लाभान्वित कर 5001.09 मीट्रिक टन गेहूं वितरित किया गया। पशुपालन के क्षेत्र में खुरपका-मुंहपका रोग नियंत्रण कार्यक्रम के अन्तर्गत जिले के 5 लाख 79 हजार 966 गौवंशीय एवं भैंस वंशीय पशुओं में अभियान चलाकर निःशुल्क टीकाकरण करवाया गया।
डेयरी एवं पशुपालन गतिविधियों के लिए जिले में 2104 पशुपालकों के किसान क्रेडिट कार्ड बनाए गए। पंच नवीन गौशालाओं का पंजीकरण किया गया। गौशालाओं में संधारित गोवंश के लिए 1062.99 लाख रुपए सहायता राशि उपलब्ध करवाई गई। दुग्ध समितियों में 105 नए दुग्ध उत्पादक सदस्य बनाए गए। दुग्ध उत्पादक किसानों को मुख्यमंत्री दुग्ध उत्पादन संबल योजना में 315.55 लाख रुपए का दुग्ध अनुदान दिया गया। किसानों की फसल खराब होने पर 993.299 लाख रुपए का कृषि अनुदान का भुगतान किया गया।
वरिष्ठ नागरिक तीर्थ यात्रा योजना में 516 रेल यात्रा वरिष्ठ नागरिकों को तीर्थ यात्रा करवाई गई।
मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह एवं अनुदान योजनान्तर्गत 127 जोडों को लाभान्वित किया गया। पर्यावरण के क्षेत्र में जिले में विभिन्न अभियानों के माध्यम से 19.50 लाख पौधे लगाये गए तथा जिओ टेगिंग की गई।
नागर ने बारां जिले में 4976 निर्माण श्रमिकों का पंजीयन किया गया। निर्माण श्रमिक शिक्षा व कौशल विकास योजना में 7068 लाभान्वितों को 6 करोड़ 93 लाख 88 हजार रूपए सहायता राशि, निर्माण श्रमिक प्रसूति सहायता योजना में 51 लाभान्वितों को 2 लाख 55 हजार रूपए सहायता, हिताधिकारी की सामान्य अथवा दुर्घटना में मृत्यु या घायल होने की दशा में सहायता योजना में 7 लाभान्वितों को 1 लाख 70 हजार रूपए सहायता राशि एवं निर्माण श्रमिक औजार/टूल किट सहायता योजना में 28 लाभान्वितों को 56 हजार रूपए सहायता राशि वितरित की गई। 16 हजार 386 असंगठित श्रमिकों का ई-श्रम पोर्टल पर पंजीयन किया गया।
जिला विकास पुस्तिका का विमोचन—
ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर ने मिनी सचिवालय के सभागार में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस से पहले जिला विकास पुस्तिका का विमोचन किया। पुस्तिका में राज्य सरकार की एक वर्ष की उपलब्धियों के बारे में विस्तार से सचित्र जानकारी दी गई है।
पंच गौरव प्रदर्शनी का शुभारंभ—
जिला परिषद भवन परिसर में बारां जिले के पंच गौरव प्रदर्शनी का ऊर्जा मंत्री नागर ने निरीक्षण करते हुए सभी स्टॉल पर संबंधित गौरव की जानकारी ली। पंच गौरव के तहत जिले के उपज लहसुन, पर्यटन स्थल रामगढ़, प्रजाति चिरौंजी, खेल फुटबॉल व लहसुन के उत्पाद की यहां स्टॉल लगाते हुए प्रदर्शन किया गया था।