गोवर्धन का पूजन कर सजाई छप्पन भोग की झांकी, अन्नकूट में हजारों श्रद्धालुओं ने छका प्रसाद…
टुडे इंडिया ख़बर / स्नेहा
जयपुर, 2 नवम्बर, 2024
राजस्थान की राजधानी जयपुर में दीपोत्सव के बाद शहर के हर मन्दिर व संस्थानों में गोवर्धन पूजा व अन्नकूट भोग पर्व धूमधाम से मनाया गया। सभी देवालयों और घरों में गोवर्धन पूजा के बाद भगवान को छप्पन भोग अर्पित किए गए।
इस मौके पर बजाज नगर स्थित श्री पंचेश्वर महादेव मंदिर, चौड़ा रास्ता स्थित 300 वर्ष प्राचीन विश्वेश्वर महादेव मंदिर(ताड़केश्वर मन्दिर), सिरह ड्योढ़ी बाजार स्थित बलराम मन्दिर सहित अनेक मंदिरों में हजारों भक्तों ने अन्नकूट का प्रसाद चखा।
दीपोत्सव के बाद गुलाबी नगर के समस्त देवालयों और सनातन धर्मावलंबियों के घरों में गोवर्धन पूजे गए। अन्य मंदिरों में भी भंडारे आयोजित हुए।
आदि काल में भगवान श्रीकृष्ण ने गोवर्धन पर्वत की पूजा करके उन्हें छप्पन भोग लगाकर प्रसन्न किया था। तब से यह परंपरा पर्व का रूप लेकर अनवरत चली आ रही है।
इस पूजा के माध्यम से मुरलीधर ने मानव को प्रकृति से जुड़ने का संदेश दिया था।
सनातन धर्मावलंबी इस पर्व को अगाध श्रृद्घा के साथ मनाते चले रहे हैं।
इस अवसर पर शनिवार को बजाज नगर स्थित श्री पंचेश्वर महादेव मंदिर में भगवान का आकर्षक श्रृंगार और पूजन हुआ। मन्दिर ट्रस्ट सचिव पवन श्रीवास्तव, कोषाध्यक्ष डीडी शर्मा, निरंजन माण्डन के सानिध्य में पुजारी ने भगवान के विग्रहों को नए वस्त्र पहनाकर छप्पन भोग अर्पित किया। इसके बाद गाय के गोबर से गोवर्धन भगवान की आकृति बनाकर विधिवत मंत्रोच्चार के साथ पूजा अर्चना की गई। भगवान के चारों ओर डीप प्रज्ज्वलित किए गए। महिलाओं ने भगवान के चारों ओर परिक्रमा लगाकर गोवर्धन परिक्रमा का पुण्य अर्जित किया।
इस मौके पर स्थानीय विधायक कालीचरण सराफ सहित अनेक गणमान्य नागरिक उपस्थित थे। वही, गोवर्धन भगवान से सुख समृद्घि के लिए प्रार्थना की गई। दिनभर मन्दिर परिसर में धार्मिक आयोजन जारी रहे।
इस दौरान मन्दिर परिसर को आकर्षक रोशनी से सजाया गया था।
मन्दिर ट्रस्ट सचिव पवन श्रीवास्तव ने बताया कि शाम 6 बजे से आरती के साथ अन्नकूट का प्रसाद चखने के लिए हजारों लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी।
शहर के नामचीन लोगों संग गरीब व्यक्तियों ने समान रूप से बैठकर अन्नकूट का प्रसाद ग्रहण किया। मन्दिर प्रांगण में देर रात्रि तक भक्तों के प्रसाद चखने का क्रम जारी रहा।
उधर, बलराम मन्दिर में भगवान के अन्नकूट प्रसादी का भोग अर्पित करने के बाद सैकड़ों भक्तों ने प्रसादी ग्रहण की।
उधर, देवालयों के साथ घर-घर गोवर्धन पूजा हुई। घर की छत व आंगन में गोबर से गोवर्धन पर्वत का स्वरूप बनाकर परिवार के सदस्यों ने अगाध श्रद्घा के साथ उनको पुष्प, खील, रोली आदि चढ़ाकर खीर, मिष्ठान आदि का भोग लगाया और बेहतर भविष्य को लेकर प्रार्थना की।
शाम को गोवर्धन की विधि विधान के साथ आरती उतारी गई और प्रसाद चढ़ाया गया।