टुडे इंडिया ख़बर/ स्नेहा
जयपुर, 27 दिसंबर, 2024
वर्ष 2047 के भारत में आर्थिक परिदृश्य की रूपरेखा और भावी चुनौतियों पर चर्चा के लिए भारतीय आर्थिक संघ (आईईए) का 107वां वार्षिक अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन शुक्रवार को यहां पूर्व प्रधानमंत्री एवं विश्व विख्यात अर्थशास्त्री डॉ. मनमोहन सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए शुरू हुआ।

सीतापुरा स्थित एपेक्स परिसर में शुरू हुए 3 दिवसीय समारोह के पहले दिन देश भर से आए विषय विशेषज्ञों ने भारत की आर्थिक नीति एवं नई शिक्षा नीति पर प्रकाश डाला।
सेमिनार में विक्रांत विश्वविद्यालय, ग्वालियर के अनुसंधान निदेशक डॉ. सुल्तान सिंह तथा सिंघानिया लॉ कॉलेज के डायरेक्टर डॉ. अशोक आचार्य का विशेष सम्मान किया गया।

कार्यक्रम में शैक्षणिक एवं कौशल विशेषज्ञ डॉ. आशुतोष पंत ने भारत की आर्थिक नीति एवं नई शिक्षा नीति पर प्रकाश डाला।
उद्घाटन कार्यक्रम में डीआरडीओ के पूर्व अध्यक्ष एवं रक्षा अनुसंधान एवं विकास विभाग के पूर्व सचिव डॉ. जी. सतीश रेड्डी मुख्य अतिथि थे।

एपेक्स बॉडी, इंडियन इकोनॉमिक एसोसिएशन (आईईए) चेयरमैन और कुलपति विक्रांत विश्वविद्यालय, ग्वालियर प्रो. अमेरिका सिंह ने सभी अतिथियों का स्वागत किया।
कार्यक्रम की विशिष्ठ अतिथि ब्रह्माकुमारी संस्थान, जयपुर की राजयोगिनी सुषमा दीदी थी।

समारोह में विशिष्ठ अतिथि के रूप में कुलपति पं. दीनदयाल उपाध्याय शेखावाटी विश्वविद्यालय, सीकर के कुलपति प्रो. अनिल कुमार राय तथा डीआरडीओ वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. अनंत नारायण भट्ट भी उपस्थित रहे।
कार्यक्रम में आईईए के अध्यक्ष प्रो. आद्या प्रसाद पांडे ने अपने विचार रखे।
आईईए कांफ्रेंस के अध्यक्ष डॉ. विक्रम चड्डा ने एपेक्स यूनिवर्सिटी के चांसलर रवि जुनिवाल का स्वागत किया।

